मानवता के फूल खिलाएं




शीर्षक: 🌹🌹सत्य मार्ग पर चलकर सारे मानवता के फूल खिलाएं 🌹🌹
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चलो नेह के दीप जलाएं।
कुछ तो हम ऐसा कर जाएं।
सत्य मार्ग पर चलकर सारे मानवता के फूल खिलाएं।
कुछ अभाव में जीते हैं।
कुछ प्रभाव बलबूते हैं।
कुछ मोहताज हैं दानों के।
कुछ मालिक भरे खजानों के।
कुछ के तन हैं परिधान रहित।
कुछ सजे धजे अभिमान सहित।
आओ कुछ ऐसा कर जाएं।
इस विषमता को दूर भगाएं।
सत्य मार्ग पर चलकर सारे मानवता के फूल खिलाएं।
हर मानव को जगना होगा।
परहित राह पर चलना होगा।
यह जन्म सदा शुभकारी हो।
हो सरल सदा उपकारी हो।
न कोई दुख का भागी हो।
रत कर्म सतत अनुरागी हो।
सदभाव बढ़े करुणा ममता।
लोगों के बीच बढ़े समता।
द्वेष भाव से दूर रहें सब।
न कोई मजबूर रहे अब।
अब तो जागें और जगायें।
सत्य मार्ग पर चलकर सारे मानवता के फूल खिलाएं।
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नरसिंह हैरान जौनपुरी मुंबई

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2 Comments

Teena yadav

12-Aug-2022 03:14 PM

Very nice 👍

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shweta soni

12-Aug-2022 03:11 PM

Nice 👍

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